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छात्रों की हाईकोर्ट को चिट्ठी; इंटरनेट नहीं, कैसे हो पढ़ाई | Students' letter to the High Court; no internet, how to study

छात्रों की हाईकोर्ट को चिट्ठी, इंटरनेट नहीं, कैसे हो पढ़ाई | Students' letter to the High Court; no internet, how to study कोर्ट : ...

छात्रों की हाईकोर्ट को चिट्ठी, इंटरनेट नहीं, कैसे हो पढ़ाई | Students' letter to the High Court; no internet, how to study


कोर्ट : बॉम्बे हाईकोर्ट | Bombay High Court

मामला : छात्रों की हाईकोर्ट को चिट्ठी | इंटरनेट नहीं, कैसे हो पढ़ाई | मध्यान्ह भोजन की एवज में छात्रों को भत्ता भी नहीं मिल रहा है


कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं । विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं । ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की कमी खल रही है । सैकड़ों गांवों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क नहीं है । इन गांवों के विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कैसे करेंगे ?

बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay High Court) की नागपुर खंडपीठ ने महाराष्ट्र सरकार से इसका जवाब मांगा है । मामला राज्य के नक्सल प्रभावित गढ़चिरोली जिले का है । बिजली-इंटरनेट की कमी को लेकर छात्रों ने हाईकोर्ट को चिट्ठी लिखी थी । चिट्ठी को स्वतः संज्ञान के तहत कोर्ट ने जनहित याचिका में तब्दील कर दिया ।

जस्टिस सुनील शुक्रे और जस्टिस अनिल पानसरे (Justice Sunil Shukre and Justice Anil Pansare) की बेंच ने इस पर सुनवाई की । कोर्ट ने दूर संचार विभाग (डॉट) की ओर से दिए हलफनामे का हवाला दिया । डॉट के मुताबिक गढ़चिरौली के 829 गांवों में मोबाइल नेटवर्क नहीं है । चूंकि स्कूल नहीं खुल रहे हैं, इसलिए छात्र मिड-डे मील से भी वंचित हैं । कोर्ट ने हैरानी जताई कि मध्यान्ह भोजन की एवज में छात्रों को भत्ता भी नहीं मिल रहा है ।

स्कूलों को खोलने की तैयारी

महाराष्ट्र में जनवरी से पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खोलने की तैयारी है । शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने गुरुवार को बताया कि बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर केवल 10वीं और 12वीं की कक्षाएं चल रही हैं । पहली से 9वीं और 11वीं के विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं ।

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